खुश रहो
खुश रहो खिलखिलाते रहो
अपनी धून में गाते रहो
बस अपना कर्तव्य निभाते रहना।
आज दुःख है तो फिर कल सुख भी आएगा
धूप के बाद छाव भी आएगा
मन हो विश्वास तो दुःख की घड़ियां में ढल जाएगा।
बस अपना कर्तव्य निभाते रहना
तुम खुश रहो, खिलखिलाते रहो
अपनी धून में गाते रहो।
जबतक जिंदगी हैं,
ना जाने कितने अनकही- अनसुनी अफसाने बनाएगा
पर तुम इससे विचलित ना होना
अपने पथ पर अडिग रहना
बस अपना कर्तव्य निभाते रहना
तुम खुश रहो, खिलखिलाते रहो
अपनी धून में गाते रहो।
अपनी दिल की बात सुनो
जो तुम्हें सकून दे वही कार्य करो
लोग क्या कहेंगे इसबात से ना घबराओ
अपने तनमन-धन से समर्पित रहना
बस अपना कर्त्तव्य निभाते रहना।
तुम खुश रहो खिलखिलाते रहो
अपनी धून में गाते रहो।
# ♥️सीताराम माहतो✍️
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