सोच सदा आगे की रख



अपने लक्ष्य को निर्धारित कर,
ध्यान उस ओर केन्द्रित कर,
लक्ष्य के मार्ग आए बाधाओं को कैसे भैदेगा
क्या करने से  लक्ष्य को पाएगा
ध्यान सदा उस ओर तुम रखो।
जो बीत गया वह सपना था
अब मुझे पीछे मुड़कर नहीं देखना है
सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है
सफलता के आगे,दूनिया रोड़ा अटकाती है
उसे भेदने की क्षमता विकसित तुम करो
भेदन क्षमता विकसित कर पाओगे
तो ही तुम आगे बढ़ पाओगे
वरना दूनिया के चक्रव्यूह में, 
फसकर रह जाओगे।
भीड़ से अलग पहचान चाहिए
तो औरो से ज्यादा तू मेहनत कर
मन-मस्तिष्क गर थक जाएं तो
सफलता के बाद होने वाली खुशी का अनुभूति कर
मन-मस्तिष्क उर्जावान हो जाएगा
मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति के आगे,
बाधाएं भी घूटने टेक देती है,
इस बात को सदा मन में गढ़
अपने आप पर विजय प्राप्त कर लेगा,।
 लक्ष्य को साध पाएगा तुम
इस बात का ध्यान रख
सोच सदा आगे की रख।

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