आगे कैसे बढ़ पाओगे?

परिस्थिति विकराल हो
मार्ग में पहाड़ हो
सिंह की दहाड़ हो
नाही कोई आशा हो
 प्रेरणादायक










भयभित ना होना मार्ग देखकर
मार्ग देखकर ही डर जाओगे
फिर आगे कैसे बढ़ पाओगे?
मन मे है विश्वास जगाना
बाधाओं से है ही पार निकलना
माझी को संज्ञान में रखना
माझी ऐसे ही डर जाते
माउंटेन मैंन नही कहलाते।

जस्बात को अपना काबू में रखना
मार्ग से है तुमको ना घबराना
मार्ग से ही घबरा जाओगे
फिर आगे कैसे बढ़ पाओगे।
     
         ❤️ सीताराम माहतो✍️



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